Saturday, April 12, 2025

"शैक्षिक भ्रमण : स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों ने विद्यार्थियों में शैक्षिक रुचि बढ़ाया।

’राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी (चंपावत) का शैक्षिक भ्रमण सफलतापूर्वक सम्पन्न’
"शैक्षिक भ्रमण : स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों ने किया प्रेरित’’

Dated: 12 April 2025 




रामकृष्ण स्वामी विवेकानंद भाव प्रचार के वार्षिक सम्मेलन व संगोष्ठी हेतु आईक्यूएसी (आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ) की ओर से महाविद्यालय के 27 छात्र-छात्राओं ने श्यामलाताल का शैक्षिक भ्रमण किया। जहां उन्होंने आश्रम के पुस्तकालय में स्वामी विवेकानंद के विचारों पर आधारित विविध पुस्तकों व ग्रन्थों का अध्ययन किया। संगोष्ठी में उपस्थित छात्रों ने स्वामी विवेकानन्द के विचारों पर चर्चा करते हुए युवाओं की शक्ति, विश्वास, प्रेम, निरूस्वार्थता, ईश्वर और धर्म, भारतीय संस्कृति की गहराइयों को समझा। 

विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्य डॉ. अजिता दीक्षित ने कार्यक्रम में भाग लिया। आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ. डी.के. गुप्ता आश्रम में स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं को गहराई से समझने के लिए आयोजित कार्यशाला में भाग लिये। श्री दशरथ बोहरा इस शैक्षिक भ्रमण में साथ में रहकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिये। 

विद्यार्थियों ने ध्यान और साधना के माध्यम से मानसिक स्फूर्ति और आत्म-समर्पण के महत्व को सीखते हुए बल व ज्ञान, विश्वास, शक्ति, प्रेम व निःस्वार्थता, ईश्वर और धर्म, भारत व भारत की सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं, भारतीय दर्शन, स्फ़ुट, स्वयं को जानो के बारे में ज्ञान प्राप्त किया। 
संगोष्ठी में स्वामी जी महराज लोगों के द्वारा मोह, जीवात्मा, दिव्यता का संदेश, उपनिषद, वेदों के ज्ञान, आज्ञा का पालन करने, चित्त की एकाग्रता, दूसरों की भलाई करने व असीमित ज्ञान प्राप्ति करने के बारे में जानकारी दी गयी।


नई शिक्षा नीति 2020 के पाठ्यक्रम अनुक्रम में यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा, जिसने उन्हें स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को समझने और अपनाने का अवसर प्रदान किया।



प्राचार्य के अनुसार यह कार्यक्रम विद्यार्थियों में शैक्षिक रुचि और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने में बेहद सफल होगी। कार्यक्रम की तैयारी में एन0एस0एस0 प्रभारी श्रीमती पुष्पा ने अपना पूर्ण योगदान किया।


Sunday, April 6, 2025

NAAC कार्यशाला : पुस्तक विकसित भारत 2047 नई आशाएं और संभावनाएं का हुआ भव्य विमोचन।

पुस्तक विकसित भारत 2047 नई आशाएं और संभावनाएं का हुआ भव्य विमोचन। 

डॉ0 दिनेश कुमार गुप्ता असि0प्रो0 अर्थशास्त्र, राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी, चम्पावत
डॉ0 सर्वजीत सिंह प्रोफेसर राजनीति विज्ञान, सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रूद्रपुर उ0सि0नगर।


राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी के प्राचार्य डॉ0अजिता दीक्षित व नैक संयोजक डॉ0 डी0के0गुप्ता राजकीय महाविद्यालय बनबसा में आईक्यूएसी और कैरियर काउन्सिलिंग की ओर से नैक प्रत्यायन एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी पर आयोजित कार्यशाला में प्रतिभाग किये। प्राचार्य डॉ. आनंद प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. खेमराज भट्ट, कुल सचिव उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी, ने राजकीय महाविद्यालय में यूओयू सेंटर पर विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त कंप्यूटर और विभिन्न उपकरणों का फीता काटकर शुभारंभ किया। 

यहां पर डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता व डॉ सर्वजीत सिंह की पुस्तक विकसित भारत 2047 नई आशाएं और संभावनाएं का विमोचन करते समय मंचासीन अतिथियों ने कहा उच्च शिक्षा में इस प्रकार का पहल सराहनीय है। 



मुख्य वक्ता डॉ. योगेश शर्मा (प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी, यमकेश्वर) के साथ विशेष अतिथि के रूप में डॉ. बी.के. सिंह (प्राचार्य, नंदासेण), डॉ. एल.पी. वर्मा (प्राचार्य, शीतलाखेत), डॉ. अजिता दीक्षित (प्राचार्य, अमोड़ी), और डॉ. शर्मिला सक्सेना (प्राचार्य, भिक्यिासेण) उपस्थित रहे। वक्ता के रूप में डॉ. डी.के. गुप्ता (संयोजक, नैक, अमोड़ी) ने नैक केे प्रमुख विन्दुओं पर प्रेजेंटेशन देते हुए कैरियर परामर्श के विविध आयाम भी बताएं। 

डॉ. अजिता दीक्षित ने नैक कार्य की प्रमुख मेजर और माइनर विंदुओं पर कार्य करने का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। प्राचार्य डॉ. आनंद प्रकाश सिंह ने कैरियर व प्लेसमेन्ट मे अवसरों की पहचान व परीक्षा की तैयारी पर अपना उद्बोधन दिया। डॉ. बी.एन. दीक्षित ने नैक प्रत्यायन की प्रगति पर अपनी आख्या प्रस्तुत की।

 डॉ. डी.के. गुप्ता, डॉ0 शर्मिला सक्सेना और डॉ. एल.पी. वर्मा ने अग्निवीर, एसएससी, बैंक, रेलवे, बीएड, और सिविल सेवाओं की परीक्षा जैसे विभिन्न विकल्पों के बारे में जानकारी दी। 

डॉ. खेमराज भट्ट ने नैक पर चर्चा करते हुए नैक एसएसआर में कैरियर सेल से संबंधित कार्यों, रिपोर्ट और प्लेसमेंट की जानकारी साझा की और सुझाव दिए। मुख्य वक्ता डॉ. वाई.के. शर्मा ने नैक रिफॉर्म और प्रत्यायन पर, डॉ. बी.के. सिंह ने नैक व कैरियर के विविध आयाम पर प्रेजेन्टेशन दिया। 

संचालन कैरियर काउन्सिलिंग सेल के संयोजक डॉ0 बी0एन0दीक्षित साथ ही सहयोग डॉ. हेम कुमार गहतोड़ी और डॉ. मुकेश कुमार ने किया। डॉ. सुधीर मलिक और डॉ. राजीव सक्सेना ने तकनीकी विन्दुओं पर सहयोग किया।
 छात्र/छात्राओं में दिव्या, नेहा, साक्षी, काजल, सौरभ, दिनेश राणा, प्रीतम, कसिस, गायत्री जैसे अनेक छात्र/छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर डॉ0 सुशीला आर्या, श्रीमती जयन्ती, श्री त्रिलोक चन्द्र काण्डपाल, श्री नरसोनू, श्री अमर सिंह, श्री विनोद चन्द, श्री दिनेश रावत ने सहयोग किया।


Saturday, March 8, 2025

देवभूमि उद्यमिता योजना


 देवभूमि उद्यमिता योजना - 12 दिवसीय उद्यम प्रशिक्षण 


देवभूमि उद्यमिता योजना - 12 दिवसीय उद्यम प्रशिक्षण 

राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी, चम्पावत

12 दिवसीय ई0डी0पी0 कार्यशाला में 08 मार्च 2025 को डी.यू.वाई. केन्द्र समन्वयक डॉ. डी.के. गुप्ता ने एक विशेष सत्र का प्रशिक्षण दिया। जिसमें प्रतिभागियों को नए विचारों के सृजन और आय के विभिन्न स्रोतों की जानकारी दी गई। डॉ. गुप्ता ने भारत के वर्तमान स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिति का विश्लेषण करते हुए बताया कि कैसे छोटे व्यवसाय और नवाचार से उद्यम की स्थापना करे जिससे स्वयं की संमृद्धि व देश की आर्थिक प्रगति हो सके।


उन्होंने नवाचार की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के महत्व पर जोर देते हुए, उपस्थित सभी प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मकता को पहचानने और उसे व्यवसाय में बदलने के लिए प्रेरित किया। अपनी सत्र में, उन्होंने विचारों के सृजन की प्रक्रिया, चुनौतियों की पहचान, और उन्हें व्यावसायिक प्रारूप में विकसित करने के चरणों का विस्तृत वर्णन किया।

डॉ. गुप्ता ने प्रतिभागियों के लिए कई आकर्षक व्यवसायिक अवसरों का प्रेजेन्टेशन व उल्लेख किया, जिनमें शामिल हैं-

- ब्लॉगिंग- लिखित सामग्री के माध्यम से व्यक्तिगत ब्रांडिंग और आय का साधन। 

- सोशल मीडिया सेवाएं- डिजिटल मार्केटिंग और प्रबंधन पर आधारित व्यवसाय, जिसमें ग्राहकों के लिए विज्ञापन और प्रचार प्रदान करना शामिल है।


- हेल्थ क्लब- फिटनेस और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने वाला उद्योग, जिसमें व्यायाम कार्यक्रमों और व्यक्तिगत प्रशिक्षण का आयोजन किया जा सकता है।

- ट्यूशन- शिक्षा के क्षेत्र में अन्वेषण और छात्रवृत्ति प्रदान करने का अवसर, जहां प्रतिभागी अपने विषय में विशेषज्ञता का उपयोग कर सकते हैं।

- फ्रीलांसिंग- अपनी विशेषज्ञता के अनुसार ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करने का तरीका, जैसे ग्राफिक डिज़ाइन, लेखन, वेब विकास, आदि।


- बेकरी बिजनेस-अपने हस्तशिल्प को व्यावसायिक रूप में परिवर्तित करने का रूप, जिसमें विशेष अवसरों पर केक और मिठाइयाँ बनाना शामिल है।

- होम कैंटीन- घरेलू खाना बनाने का और ग्राहकों को परोसने का अवसर, जिसमें पारंपरिक व्यंजनों को पेश किया जा सकता है।

- योग क्लास-स्वास्थ्य और मानसिक वेलनेस के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प, जिसमें शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।

- हैंडमेड उत्पादों का व्यवसाय- जैसे हस्तशिल्प, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, या कस्टम गिफ्ट आइटम। 


- ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स- विभिन्न विषयों पर वीडियोज या ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से शिक्षा प्रदान करना।

- ई-कॉमर्स स्टोर- फैशन, घरेलू सामान, या व्यक्तिगत उत्पादों की बिक्री के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाना। 

- प्राकृतिक और ऑर्गेनिक उत्पाद- जैसे हैंडमेड साबुन, प्राकृतिक स्किनकेयर उत्पाद, या ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों का व्यवसाय।

- इवेंट प्लानिंग- विशेष आयोजनों जैसे शादी, जन्मदिन या कॉर्पाेरेट इवेंट के लिए योजना और क्रियान्वयन करना।

- पर्सनल ब्रांडिंग और स्ट्राटेजी कंसल्टिंग- व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए उनके ब्रांड को विकसित करने में मदद करना, जिसमें सोशल मीडिया प्रेजेंस और ऑनलाइन उपस्थिति शामिल हैं।

- डिजिटल उत्पादों की बिक्री- ई-बुक्स, ऑनलाइन कोर्स, या टेम्पलेट्स जैसे डिजिटल प्रोडक्ट्स का निर्माण और विपणन।

- पॉडकास्टिंग- अपनी आवाज और विचारों के माध्यम से जानकारी साझा करना और इसे विज्ञापनों या स्पॉन्सरशिप के जरिए मोनेटाइज्ड करना।

- वीडियो कंटेंट क्रिएशन- यूट्यूब या अन्य प्लेटफॉर्म पर शैक्षिक, व्यावसायिक, या मनोरंजक वीडियो बनाना और साझा करना।

- एप्लिकेशन डेवलपमेंट- मोबाइल ऐप्स या सॉफ्टवेयर समाधान विकसित करना जो विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करे।

- ट्रैवल प्लानिंग और गाइडिंग- यात्रा योजनाओं का काम, पर्यटन सेवाओं का प्रबंधन, या विशेष पर्यटन मार्गदर्शन।

- फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी- विभिन्न आयोजनों की फोटोग्राफी करना, या ब्रांडों के लिए विज्ञापन सामग्री बनाना।


- सस्टेनेबल व्यवसाय- पर्यावरण के प्रति जागरूक उत्पादों का निर्माण या सेवाएं प्रदान करना, जैसे बायोडिग्रेडेबल उत्पादों की बिक्री। 

- वर्चुअल असिस्टेंट सेवाएं- व्यवसायों और उद्यमियों के लिए प्रशासनिक कार्य, ग्राहक सेवा, या अनुसंधान कार्यों में मदद करना।

- कन्टेंट राइटिंग और कॉपीराइटिंग- वेबसाइट, ब्लॉग और मार्केटिंग सामग्री के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री लिखना।

- फॉर्मल ड्रेस रेंटल- शादी, पार्टियां या अन्य विशेष अवसरों के लिए फॉर्मल ड्रेसेस और ऐक्सेसरीज़ किराए पर देना।

- ऑनलाइन एंटरटेनमेंट सेवाएं- जैसे कि ऑनलाइन कंसर्ट, वर्कशॉप या शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित करना।

- जल्द स्वस्थ भोजन सेवाएं- हेल्दी और किफायती भोजन तैयार कर और ग्राहकों को होम डिलीवरी देने का व्यवसाय।

- इनफ्लुएंसर मार्केटिंग- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने अनुयायियों के माध्यम से उत्पादों और सेवाओं को प्रोमोट करना।




इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को पर्याप्त ज्ञान और प्रेरणा प्रदान करना था, ताकि वे इन अवसरों का लाभ उठा सकें और अपने उद्यमिता के सपनों को साकार कर सकें। डॉ. गुप्ता के मार्गदर्शन में, प्रतिभागियों ने अपने विचार साझा किए और कार्यशाला को अत्यंत सार्थक और प्रेरणादायक अनुभव के रूप में स्वीकार किया।

Devbhoomi Udyamita Yojana

उद्यमिता प्रशिक्षण का चतुर्थ दिवस: वेबसाइट डिज़ाइन और वित्तीय प्रबंधन पर आधिकारिक कक्षाएं

दिनांक: 07 मार्च 2025  

राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी, चम्पावत

राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी में देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत चल रहे 12 दिवसीय एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम (ई.डी.पी.) के चौथे दिन की गतिविधियां अत्यंत संपूर्ण और ज्ञानवर्धक रहीं। इस दिन मुख्य मेंटर श्री आस्था मिश्रा और आई.टी. सेक्टर की फैकल्टी ललिता जोशी, जो कि किटीएम कॉलेज खटीमा से आई थीं, ने प्रतिभागियों को वेबसाइट डिज़ाइन और होस्टिंग के महत्व पर शिक्षा दी।




 वेबसाइट डिज़ाइन का महत्व

ललिता जोशी ने प्रतिभागियों को बताया कि किसी भी व्यवसाय के लिए एक वेबसाइट बहुत महत्वपूर्ण संपत्ति होती है। यह न केवल ऑनलाइन उपस्थिति प्रदान करती है, बल्कि ग्राहकों के साथ संवाद स्थापित करने और बिक्री में वृद्धि करने में भी मदद करती है। उन्होंने वेबसाइट निर्माण की प्रक्रिया में विभिन्न चरणों पर प्रकाश डाला, जिसमें व्यवसाय के लक्ष्यों का स्पष्ट करना, लक्षित दर्शकों की पहचान, और प्रतिस्पर्धियों का विश्लेषण शामिल है।


 ई-कॉमर्स और वेबसाइट के प्रकार

प्रतिभागियों को ई-कॉमर्स स्टोर, पोर्टफोलियो, ब्लॉग, और सेवा-आधारित वेबसाइट निर्माण के बारे में जानकारी दी गई। जोशी ने यह भी बताया कि प्रतिस्पर्धियों की वेबसाइटों का अध्ययन करने से उद्योग के रुझानों और सामान्य प्रथाओं को समझने में मदद मिलती है, जिससे व्यवसाय को अलग पहचान बनाने में सहायता मिलती है।



वित्तीय प्रबंधन की आवश्यकता

इसके बाद, आस्था मिश्रा ने अपने प्रेजेंटेशन में वित्तीय प्रबंधन, योजना, कर लाभ, और विभिन्न वित्तीय संसाधनों पर चर्चा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक सफल उद्यमी को वित्तीय ज्ञान होना आवश्यक है, ताकि वे अपने व्यवसाय को सही दिशा में ले जा सकें।

कार्यक्रम का समापन

कार्यक्रम का आरंभ डॉ. डी.के. गुप्ता द्वारा प्रतिभागियों की उपस्थिति और उनके फीडबैक के साथ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. डॉ. अजिता दीक्षित ने की। उन्होंने दोनों प्रशिक्षकों को देवभूमि उद्यमिता स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। 





इस सफल सत्र में डॉ. अर्चना वर्मा, डॉ. संजय कुमार, डॉ. रंजना सिंह, श्रीमती पुष्पा, डॉ. अतुल कुमार मिश्र, श्री संजय कुमार गंगवार, श्री हरीश जोशी, श्री दशरथ बोहरा और श्री दिनेश रावत भी उपस्थित रहे।

 निष्कर्ष

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में ज्ञान और कौशल प्राप्त करने का एक अमूल्य अवसर मिला है, जो उन्हें अपने भविष्य के व्यवसायों के लिए तैयार करेगा। वेबसाइट डिज़ाइन और वित्तीय प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर दी गई जानकारी ने प्रतिभागियों को उनके उद्यमिता यात्रा में प्रासंगिकता प्रदान की है। 

Date : 07-03-2025



"शैक्षिक भ्रमण : स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों ने विद्यार्थियों में शैक्षिक रुचि बढ़ाया।

’राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी (चंपावत) का शैक्षिक भ्रमण सफलतापूर्वक सम्पन्न’ "शैक्षिक भ्रमण : स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों ने किया प्रेरि...