Thursday, November 6, 2025

शैक्षिक जागरूकता एवं आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए महाविद्यालय में आयोजित हुआ पुस्तक मेला 📚 - दिनांक 6 नवम्बर 2025

 शैक्षिक जागरूकता एवं आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए महाविद्यालय में आयोजित हुआ पुस्तक मेला - दिनांक 6 नवम्बर 2025  


उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, प्रो. नवीन चंद्र लोहनी जी के निर्देशन एवं आदेशानुसार, विश्वविद्यालय की ओर से निष्प्रयोज्य एवं अप्रयुक्त पुस्तकों का निःशुल्क वितरण कार्यक्रम का आयोजन अध्ययन केंद्र, अमोड़ी में किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं शिक्षार्थियों में अध्ययन एवं ज्ञान के प्रति जागरूकता एवं उत्साह का संचार करना था तथा उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में प्रवेश, परीक्षा की कार्यप्रणाली के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य, प्रो. (डॉ.) अजिता दीक्षित के मार्गदर्शन में एवं मुख्य अतिथि, श्री भास्कर जोशी, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, पिथौरागढ़ के दिशा-निर्देशन में सम्पन्न हुआ।  कार्यक्रम का प्रारम्भ महाविद्यालय की छात्राओं के स्वागत गीत से हुआ।




Inaugural ceremony of Books distribution


कार्यक्रम का शुभारंभ श्री भास्कर जोशी द्वारा फीता काटकर किया गया। अपने प्रेरक उद्बोधन में उन्होंने माननीय कुलपति महोदय के विजनरी एप्रोच, अमोड़ी केंद्र हेतु विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली, परीक्षा संचालन एवं उपलब्ध शिक्षण सुविधाओं का विस्तृत वर्णन किया, जिससे प्रतिभागियों में आत्मविश्वास एवं जागरूकता का संचार हुआ।  










इस अवसर पर, राजकीय इंटर कॉलेज, अमोड़ी से प्राचार्य, श्री आर.के. वर्मा, सहायक प्राचार्य, श्री श्याम बाबू शर्मा एवं श्री आर.सी. पवार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अतिथियों ने अपने वक्तव्य में कहा कि पुस्तकें ज्ञान का अमूल्य स्रोत हैं, जो व्यक्ति के चिंतन, दृष्टिकोण एवं व्यक्तित्व के विकास में सहायक होती हैं। विशिष्ट अतिथियों का केन्द्र समन्वयक के द्वारा विकसित भारत नामक पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया। 












पीटीए अध्यक्ष, श्री मनीष जोशी ने विद्यार्थियों में अध्ययन एवं अध्ययन संस्कृति को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया। वहीं, पैरामाउंट विद्यालय से श्री हेम चंद्र ने इस प्रकार के आयोजनों की उपयोगिता एवं महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए।  














महाविद्यालय परिवार से डॉ. संजय कुमार, श्री संजय गंगवार एवं डॉ. अर्चना वर्मा ने विद्यार्थियों को पुस्तकों का सदुपयोग करने एवं अध्ययन के प्रति प्रेरित करने का आह्वान किया।  


छात्रसंघ अध्यक्ष, अंजली एवं एलुमनी उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने विश्वविद्यालय के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पहल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।  


इस कार्यक्रम में कुल 35 विद्यार्थियों, शिक्षार्थियों एवं युवा प्रतिभागियों ने भाग लिया। कुल 100 पुस्तकों का वितरण किया गया, जिसमें विभिन्न विषयों की सामग्री सम्मिलित थी, जो विद्यार्थियों के बौद्धिक एवं शैक्षणिक विकास में सहायक सिद्ध होंगी। पुस्तकों में सामाजिक विज्ञान, संस्कृत, साहित्य, राजनीति विज्ञान, अंग्रेजी, इतिहास, शिक्षाशास्त्र पर्यावरण एवं नवाचार से संबंधित विषय शामिल थे। इस आयोजन में श्री हरीश चंद्र जोशी एवं श्री दशरथ सिंह बोहरा का विशेष सहयोग रहा।  


डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता, समन्वयक, ने इस पुस्तक मेले का आयोजन कराने का दायित्व सफलता पूर्वक संपन्न कराया। उन्होने कहा कि यह आयोजन न केवल ज्ञान के प्रसार का माध्यम है, बल्कि विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति जागरूकता एवं आत्मविश्वास का संचार करना मुख्य उद्देश्य है, साथ ही कहा कि यह माननीय कुलपति प्रो0 नवीन चन्द्र लोहनी जी उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के शिक्षा एवं शोध के प्रति उनकी प्रतिबद्धता व समर्पण व निर्णय लेने व अमली रूप देने का प्रतीक है, जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास एवं सामाजिक उत्थान में सहायक सिद्ध हो रहा है।


अंत में, डॉ. अर्चना वर्मा ने शाल ओढ़ाकर श्री भाष्कर जोशी मुख्य अतिथि, व राजकीय इण्टर कालेज अमोड़ी के विशिष्ट अतिथि प्रधानाचार्य श्री आर0के0 वर्मा, डॉ0 श्याम बाबू शर्मा, श्री आर0सी0 पवार,  श्री मनीष कुमार जोशी पीटीए अध्यक्ष, अतिथि श्री ललित गोस्वामी, श्री नीरज भट्ट, पैरामाउन्ट विद्यालय से श्री हेम जोशी, श्री निर्मल जोशी, श्री गौरव भट्ट इत्यादि को धन्यवाद व आभार व्यक्त किया। 

सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी शैक्षिक पहलें विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर सिद्ध होंगी।  




Thursday, October 30, 2025

Viksit Bharat @2047

विकसित भारत /2047 भारत सरकार की वह दूरदर्शी पहल है, जिसका उद्देश्य स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूर्ण होने तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।  यह दृष्टि आर्थिक समृद्धि, सामाजिक उत्थान, पर्यावरणीय संतुलन और सुशासन के समग्र विकास पर आधारित है।इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अटूट समर्पण, राष्ट्रीय संकल्प और विशेष रूप से युवाओं की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।  देश की सबसे बड़ी शक्ति उसके युवा हैं, जो 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।

माननीय प्रधानमंत्री द्वारा आरंभ किया गया अभियान “प्कमंे तिवउ ल्वनजी वित टपोपज ठींतंज/2047” युवाओं को इस परिवर्तन यात्रा में अपने विचारों और नवाचारों से योगदान देने का आह्वान है।


विकसित भारत 2047 का लक्ष्य 2047 तक देश को आत्मनिर्भर, समृद्ध और सभी नागरिकों के लिए अवसरों से भरपूर बनाना है। इसके प्रमुख स्तंभ हैं- आर्थिक विकास, तकनीकी उन्नयन, सशक्तिकरण, बुनियादी ढांचा और स्थिरता। 

केंद्रीय बजट 2025-26 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसी दिशा में रोजगार, अवसर सृजन और समग्र प्रगति को बढ़ावा देने की प्राथमिकताएँ तय की हैं।

ऽ शून्य गरीबी - गरीबी का स्तर समाप्त करते हुए शून्य प्रतिशत पर करना।

ऽ सौ प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण विद्यालयी शिक्षा

ऽ उच्च गुणवत्तापूर्ण, सस्ती और समग्र स्वास्थ्य सेवाओं की सार्वभौमिक पहुँच सुनिश्चित करना।

ऽ सौ प्रतिशत कुशल श्रम बल के लिए सार्थक रोजगार की स्थापना।

ऽ 70 प्रतिशत महिलाओं की आर्थिक गतिविधियों में भागीदारी की सुनिश्चितता

ऽ किसानों द्वारा देश को “विश्व का अन्न भंडार” बनाना


विकसित भारत’ का अर्थ है एक पूर्ण रूप से विकसित भारत। ‘विकसित भारत 2047’ सरकार की वह दृष्टि है जिसके अंतर्गत भारत को स्वतंत्रता के 100वें वर्ष (2047) तक एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया है। यह दृष्टि चार प्रमुख स्तंभों पर आधारित है ’’युवा, गरीब, महिलाएँ, और अन्नदाता (किसान)।’’

विज़न इंडिया/2047 अगले 25 वर्षों में भारत के विकास का एक खाका या ब्लूप्रिंट तैयार करने के लिये भारत के शीर्ष नीति थिंक टैंक नीति आयोग द्वारा शुरू की गई एक परियोजना है।

परियोजना का लक्ष्य भारत को नवाचार एवं प्रौद्योगिकी में वैश्विक अग्रणी देश बनाना है जो मानव विकास एवं सामाजिक कल्याण के मामले में भी एक मॉडल देश होगा और पर्यावरणीय संवहनीयता का प्रबल पक्षसमर्थक होगा।


केंद्रीय बजट 2025–26 न केवल आर्थिक दस्तावेज है, बल्कि यह विकसित भारत@2047 के सपने को साकार करने की दिशा में एक दूरदर्शी रोडमैप है। इसका उद्देश्य है — “हर नागरिक को अवसर, हर हाथ को काम, और हर घर में खुशहाली।”








 

Saturday, April 12, 2025

"शैक्षिक भ्रमण : स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों ने विद्यार्थियों में शैक्षिक रुचि बढ़ाया।

’राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी (चंपावत) का शैक्षिक भ्रमण सफलतापूर्वक सम्पन्न’
"शैक्षिक भ्रमण : स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों ने किया प्रेरित’’

Dated: 12 April 2025 




रामकृष्ण स्वामी विवेकानंद भाव प्रचार के वार्षिक सम्मेलन व संगोष्ठी हेतु आईक्यूएसी (आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ) की ओर से महाविद्यालय के 27 छात्र-छात्राओं ने श्यामलाताल का शैक्षिक भ्रमण किया। जहां उन्होंने आश्रम के पुस्तकालय में स्वामी विवेकानंद के विचारों पर आधारित विविध पुस्तकों व ग्रन्थों का अध्ययन किया। संगोष्ठी में उपस्थित छात्रों ने स्वामी विवेकानन्द के विचारों पर चर्चा करते हुए युवाओं की शक्ति, विश्वास, प्रेम, निरूस्वार्थता, ईश्वर और धर्म, भारतीय संस्कृति की गहराइयों को समझा। 

विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्य डॉ. अजिता दीक्षित ने कार्यक्रम में भाग लिया। आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ. डी.के. गुप्ता आश्रम में स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं को गहराई से समझने के लिए आयोजित कार्यशाला में भाग लिये। श्री दशरथ बोहरा इस शैक्षिक भ्रमण में साथ में रहकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिये। 

विद्यार्थियों ने ध्यान और साधना के माध्यम से मानसिक स्फूर्ति और आत्म-समर्पण के महत्व को सीखते हुए बल व ज्ञान, विश्वास, शक्ति, प्रेम व निःस्वार्थता, ईश्वर और धर्म, भारत व भारत की सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं, भारतीय दर्शन, स्फ़ुट, स्वयं को जानो के बारे में ज्ञान प्राप्त किया। 
संगोष्ठी में स्वामी जी महराज लोगों के द्वारा मोह, जीवात्मा, दिव्यता का संदेश, उपनिषद, वेदों के ज्ञान, आज्ञा का पालन करने, चित्त की एकाग्रता, दूसरों की भलाई करने व असीमित ज्ञान प्राप्ति करने के बारे में जानकारी दी गयी।


नई शिक्षा नीति 2020 के पाठ्यक्रम अनुक्रम में यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा, जिसने उन्हें स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को समझने और अपनाने का अवसर प्रदान किया।



प्राचार्य के अनुसार यह कार्यक्रम विद्यार्थियों में शैक्षिक रुचि और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने में बेहद सफल होगी। कार्यक्रम की तैयारी में एन0एस0एस0 प्रभारी श्रीमती पुष्पा ने अपना पूर्ण योगदान किया।


शैक्षिक जागरूकता एवं आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए महाविद्यालय में आयोजित हुआ पुस्तक मेला 📚 - दिनांक 6 नवम्बर 2025

 शैक्षिक जागरूकता एवं आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए महाविद्यालय में आयोजित हुआ पुस्तक मेला - दिनांक 6 नवम्बर 2025   उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय...