नवाचार की संस्कृति और व्यवसायिक विचारों पर दिया प्रशिक्षण
राजकीय महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत 12 दिवसीय ई.डी.पी. प्रशिक्षण के पांचवे दिवस अमोड़ी क्षेत्र के डेयरी उद्योग के उद्यमी श्री बी.के. भट्ट द्वारा दुग्ध उद्योग एवं व्यवसाय के बारे में सम्पूर्ण प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में दुग्ध उत्पादन से लेकर उसकी प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। श्री भट्ट ने उद्यमियों को उद्योग की चुनौतियों और अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान की, जिससे प्रतिभागियों को अपने व्यवसाय को सफल बनाने में सहायता मिलेगी।
डी.यू.वाई. केन्द्र समन्वयक डॉ. डी.के. गुप्ता के द्वारा नये विचारों के सृजन और आय प्राप्ति के मार्ग पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने भारत के स्टार्टअप्स की वर्तमान स्थिति और विकास पर चर्चा की। उन्होने नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने, चुनौतियों की पहचान कर विचार एकत्र करने, विचारों को मान्य करने और उन्हें आगे बढ़ाने की प्रक्रिया पर चर्चा की। इसके साथ ही डन्होने प्रतिभागियों को व्यवसाय के विभिन्न अवसरों के बारे में जानकारी दी, जैसे कि ब्लॉगिंग, सोशल मीडिया सर्विस, हेल्थ क्लब खोलना, ट्यूशन पढ़ाना, फ्रीलांसिंग, बेकरी बिजनेस, होम कैंटीन, योगा क्लास, आदि पर चर्चा की।
श्री आशीष खर्कवाल उद्यान निरीक्षक चम्पावत ने उद्यानों का परिचय, आय के स्रोत, उद्यान क्षेत्र में उद्यमी बनने के बारे में प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया।अध्यक्षता कर रहीं प्राचार्य प्रो0 डॉ0 अजिता दीक्षित ने उद्यमिता प्रशिक्षण कक्षा का निरीक्षण किया।
कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य डॉ0 अजिता दीक्षित के द्वारा अमोड़ी के दुग्ध व्यवसाय के उद्यमी श्री बी0के0भट्ट व श्रीमती पुष्पा सहायक आचार्य इतिहास के द्वारा श्री आशीष खर्कवाल को देवभूमि उद्यमिता योजना स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।
प्रतिभागियों में मीरा बोहरा, अंजली, भागीरथी भट्ट के द्वारा फीडबैक प्रदान किये गये
इस कार्य में डॉ0 अर्चना वर्मा, डॉ0 संजय कुमार, डॉ0 रंजना सिंह, श्रीमती पुष्पा, डॉ0 रंजना सिंह, डॉ0 अतुल कुमार मिश्र, श्री संजय कुमार गंगवार, श्री हरीश जोशी, श्री दशरथ बोहरा व श्री दिनेश रावत उपस्थित रहे।
Date: 08March, 2025 GDC Amori
Thanks
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